राष्ट्रपति चुनाव-छत्तीसगढ़ में शत-प्रतिशत मतदान, गैर एनडीए दलों से भी मुर्मू को मिला समर्थने
रायपुरदेश के 16वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सोमवार सुबह 10 बजे से मतदान शुरू हुआ। छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रदेश के सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के मंत्री-विधायकों ने राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक समेत सभी विधायकों ने मतदान में हिस्सा लिया। …
रायपुर
देश के 16वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सोमवार सुबह 10 बजे से मतदान शुरू हुआ। छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रदेश के सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के मंत्री-विधायकों ने राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक समेत सभी विधायकों ने मतदान में हिस्सा लिया।
सबसे पहले बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने मतदान किया है। वहीं सत्ता पक्ष की ओर से डॉ चरण दास महंत, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे और विधायकों ने मतदान किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छोड़ चुके स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी मतदान करने के लिए पहुंचे। उनके साथ विधायक छन्नी साहू और शैलेष पांडेय भी थे। विधानसभा में सिंहदेव को देखते ही विधायक कुलदीप जुनेजा उनके पास गए और फिर मतदान कराया। इससे पहले स्पीकर डाक्टर चरणदास महंत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कई विधायक मतदान कर चुके थे। वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि उम्मीद है कि भाजपा प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को छत्तीसगढ़ से रिकार्ड वोट मिलेंगे। उन्होंने कहा कि गैर एनडीए दल ने भी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिया है। इससे पहले छत्तीसगढ़ विधानसभा के मतदान केंद्र में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने पहला वोट डाला है। वहीं कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पहला वोट दिया।
इससे पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए आई मतपेटी को विधानसभा के समिति कक्ष-2 में बने मतदान केंद्र में पहुंचाई गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पी. दयानंद की मौजूदगी में निर्वाचन अधिकारियों ने सुबह स्ट्रांग रूम से मतपेटी को पूरी सुरक्षा में निकालकर मतदान केंद्र में पहुंचाया। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायक मोहित केरकेट्टा और विपक्ष के विधायक डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी भी उम्मीदवारों के एजेंट के तौर पर मौजूद रहे। दोनों विधायकों को पहले मत पेटी को बक्से से निकाल कर खाली होने को पुष्टि के लिए दिखाया गया। इसके बाद निर्वाचन अधिकारियों ने मतपेटी को टैग और फ्लैग लगा कर सील किया। इस से पहले दोनों उपस्थित विधायकों और निर्वाचन अधिकारियों ने मतपेटी के सीलिंग टैग पर हस्ताक्षर भी किए।
मतदान के बाद मतपेटी और दूसरे दस्तावेज दिल्ली भेजे जाएंगे। उनकी सुरक्षा के लिए एक दस्ता और निर्वाचन आयोग के अधिकारी साथ रहेंगे। वहां भारत निर्वाचन आयोग के स्ट्रांग रूम में मतपेटी को जमा किया जाएगा। मतों की गिनती 21 जुलाई को दिल्ली में ही होगी।