किसानों को मजबूत करने का राजीव का सपना छत्तीसगढ़ में हो रहा पूरा : मुख्यमंत्री बघेल
किसानों को मजबूत करने का राजीव का सपना छत्तीसगढ़ में हो रहा पूरा : मुख्यमंत्री बघेल रायपुर : पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर दुर्ग जिले के सांकरा में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों का भूमिपूजन तथा न्याय योजनाओं की 02 हजार […]
किसानों को मजबूत करने का राजीव का सपना छत्तीसगढ़ में हो रहा पूरा : मुख्यमंत्री बघेल
रायपुर : पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर दुर्ग जिले के सांकरा में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों का भूमिपूजन तथा न्याय योजनाओं की 02 हजार 28 करोड़ 92 लाख रूपए की राशि हितग्राहियों के खाते में अंतरित करते हुए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वर्गीय राजीव को नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज को मजबूत करना और कम्प्यूटर क्रांति राजीव का महत्वपूर्ण योगदान रहा। आज न्याय योजनाओं के माध्यम से हितग्राहियों के खाते में सीधे राशि अंतरित कर हम छत्तीसगढ़ के किसानों को मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 443 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात दी। इसमें 68 करोड़ 26 लाख रूपए की लागत से तैयार हुए 17 कार्यों का लोकार्पण तथा 374 करोड़ 87 लाख रूपए के 71 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। इस मौके पर हितग्राहीमूलक योजनाओं के हितग्राहियों को भी सामग्री वितरण किया गया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी का कहना था कि जब तक किसान मजबूत नहीं होगा, देश की अर्थव्यवस्था मजबूत नहीं होगी, हमने इस विचार को साकार करने का काम किया। कोरोना के कठिन काल में भी हमने न्याय योजनाओं की राशि का अंतरण किसानों के खाते में किया।
भरोसे का सम्मेलन में न्याय योजनाओं की दो हजार 28 करोड़ 92 लाख रूपए की राशि हितग्राहियों के खाते में अंतरित
महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के भवन का शिलान्यास- मुख्यमंत्री ने आज पाटन के ग्राम सांकरा में 120 करोड़ रूपए की लागत से तैयार होने वाले महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के भवनों का शिलान्यास किया। इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत 14 शासकीय एवं 4 अशासकीय महाविद्यालय संचालित हो रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के ब्लू प्रिंट का अवलोकन भी किया।