रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 4 करोड़ 40 लाख रूपए का करेंगे भुगतान…..
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 4 करोड़ 40 लाख रूपए का करेंगे भुगतान OFFICE DESK :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 4 करोड़ 40 लाख […]
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 4 करोड़ 40 लाख रूपए का करेंगे भुगतान
OFFICE DESK :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 4 करोड़ 40 लाख रूपए का करेंगे
भुगतान कार्यक्रम में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा एवम विनोद वर्मा, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त कमलप्रीत सिंह अन्य अधिकारी उपस्थित है।
मुख्यमंत्री ने 1 अप्रैल से 15 अप्रैल तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय 1.30 लाख क्विंटल गोबर के एवज में 2 करोड़ 59 लाख रूपए, गौठान समितियों को 1 करोड़ 6 लाख रूपए और महिला समूहों को 75 लाख रूपए की लाभांश राशि ऑनलाईन अंतरित की राज्य में 15 अप्रैल 2023 तक गौठानों में 112.34 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है
गोबर विक्रेताओं को क्रय किए गए गोबर के एवज में 224 करोड़ 68 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 192 करोड़ 65 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है
गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में हितग्राहियों को लगभग 439 करोड़ 73 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है
वर्तमान में 50 फीसद से अधिक गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं, जो स्वयं की राशि से गोबर एवं गौमूत्र की खरीदी के साथ-साथ गौठान के अन्य व्यवस्थाएं कर रहे हैं
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गौठान में पैरा, पानी, छाया की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। बढ़ती गर्मी को देखते हुए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दौरा कर गौठनों का निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा।
गौठान समितियों की बैठक की जाए।
पशुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था की जाए।
गोबर खरीदी में स्वावलम्बी गौठनों के योगदान की मुख्यमंत्री ने सराहना की।
आश्रित गांवों में भी मांग अनुसार गौठनों की स्वीकृति दी जाए।