‘हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान’ :संविधान दिवस पदयात्रा में मुख्यमंत्री सहित मंत्रीगण और विधायक हुए शामिल
रायपुर, 26 नवंबर 2024 :- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज संविधान दिवस पदयात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए। यह पदयात्रा पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह से प्रारंभ होकर अंबेडकर चौक पर समाप्त हुई। मुख्यमंत्री ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस पदयात्रा में उप मुख्यमंत्री अरुण साव, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक इंद्र कुमार साहू, गुरु खुशवंत साहेब, अनुज शर्मा, महिला आयोग की सदस्य लक्ष्मी वर्मा और युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वजीत तोमर भी शामिल थे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “हमारा संविधान भारत की सदियों पुरानी संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का प्रतिबिंब है। यह हमारे संघर्ष, अनुभव और उपलब्धियों का परिणाम है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर इसे और अधिक व्यापक रूप से मनाने की सराहना की। मुख्यमंत्री ने संविधान में समाहित सांस्कृतिक प्रतीकों का उल्लेख करते हुए इसे भारतीय संस्कृति और लोकतांत्रिक मूल्यों का आधार बताया।
उन्होंने कहा कि संविधान की सबसे बड़ी विशेषता इसका समय के साथ संशोधनशील होना है। “संविधान निर्माताओं ने भविष्य की पीढ़ियों के लिए इसे लचीला बनाया ताकि समयानुसार इसमें परिवर्तन किया जा सके।”
कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि संविधान दिवस का यह अवसर हमें अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने का है। वन मंत्री केदार कश्यप ने संविधान को भारत के दलित, वंचित और वनवासियों के सशक्तिकरण का माध्यम बताते हुए प्रधानमंत्री के आह्वान को सराहा।
विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि “संविधान दिवस संविधान निर्माताओं को नमन करने का दिन है। हमें अपने कर्तव्यों की जिम्मेदारी को समझना चाहिए।”
इस अवसर पर खेल विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, खेल विभाग की संचालक तनुजा सलाम सहित कई अधिकारी और स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंत में संविधान के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए वर्षभर चलने वाले “हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान” अभियान की घोषणा की गई।