युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह ने लगाया थानेदार पर आरोप- मेरी हत्या करने की मंशा से घर में घुसा TI, बेटे को मारा, बेटी से की अश्लील हरकत

युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह ने लगाया थानेदार पर आरोप- मेरी हत्या करने की मंशा से घर में घुसा TI, बेटे को मारा, बेटी से की अश्लील हरकत
जगदलपुर - TIMES OF BASTAR

03 जनवरी 2024 बीजापुर :- छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के भैयरमगड़ में रहने वाले युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह ने भैरमगढ़ थाना के थानेदार पर हत्या की मंशा से घर में घुसने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, 31 दिसम्बर को भैरमगढ़ थाना के थानेदार आधी रात में उनके घर में घुसे। बेटे के साथ मारपीट की। उनकी 13 साल की नाबालिग बेटी के साथ अश्लील हरकत की है। इस मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की गई। अब थानेदार के इस रवैए के विरोध में आज बीजापुर जिला भी बंद करवाया गया है।

दरअसल, अजय सिंह ने आरोप लगाया है कि भैरमगढ़ थाने में पदस्थ टीआई वीरेंद्र श्रीवास्तव 2 दिन पहले रात करीब 12 बजे उनके घर आ गए। वे सिविल ड्रेश में थे। घर के बाहर सुरक्षागार्ड PSO से पहले बदसलूकी की। PSO के फोन से मुझे फोन किया और धमकी दी। मुझे बाहर आने को कहा गया। थानेदार की इस करतूत को मेरे बेटे ने कैमरे में कैद कर लिया। जब थानेदार की नजर कैमरे पर पड़ी तो बेटे से कैमरा छिनने का प्रयास किया और उससे मारपीट शुरू कर दी।

इसके बाद दरवाजे में लात मार कर घर के अंदर घुस गया अंदर मेरी 13 साल की नाबालिग बेटी थी, जब उसने कहा कि अंकल आपका भाई को क्यों मार रहे हो तो बेटी को धक्का मार दिया। फिर उसे यहां वहां छूने लगा। हालांकि कुछ देर बाद थानेदार को घर से बाहर निकल गया।

अजय ने बताया कि उसी रात इसकी जानकारी बीजापुर के SP को दी गई थी। फिर अगले दिन सुबह इस मामले की लिखित शिकायत भैरमगढ़ थाना पहुंचकर दी गई। थानेदार की इस करतूत को लेकर FIR की मांग की गई है। लेकिन, अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। 

विरोध में जिला बंद

अजय सिंह के परिवार के साथ हुई इस बदसलूकी और टीआई पर कार्रवाई की मांग को लेकर  बुधवार को बीजापुर जिला बंद रहा। जिले के भैरमगढ़, बीजापुर, भोपालपटनम और आवापल्ली की सारी व्यापारिक प्रतिष्ठानें बंद थी। हालांकि यात्री वाहनों की आवाजाही रही। शाम 4 बजे के बाद धीरे-धीरे  कर दुकानें खुलने लगी।

पुलिस अफसरों ने नहीं उठाया फोन 

ऐसा बताया जा रहा है कि, टीआई वीरेंद्र श्रीवास्तव को लाइन अटैच कर दिया है। इस संबंध में पुलिस का पक्ष लेने के लिए SDOP तारेश साहू और SP आंजनेय वार्ष्णेय को फोन लगाया गया। दोनों अफसरों ने फोन नहीं उठाया। वहीं ASP चंद्रकांत गवर्णा का नंबर बंद आ रहा था।