छत्तीसगढ़ में ACB ने दो और मामलों में दर्ज की FIR चावल घोटाले में कई अधिकारियों के नाम शामिल डीएमएफ घोटाले में रानू साहू को बनाया मुख्य अभियुक्त

छत्तीसगढ़ में ACB ने दो और मामलों में दर्ज की FIR  चावल घोटाले में कई अधिकारियों के नाम शामिल  डीएमएफ घोटाले में रानू साहू को बनाया मुख्य अभियुक्त
जगदलपुर - TIMES OF BASTAR

29 जनवरी 2024 रायपुर : -छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई के बाद अब ACB एक्टिव हो गई है। सोमवार को एसीबी ने दो और मामलों में केस दर्ज किया है। इसमें पिछली सरकार के कई चेहते अधिकारियों के भी नाम शामिल हैं। एसीबी ने चावल और डीएमएफ घोटाले में शिकायत दर्ज की है। छत्तीसगढ़ के बड़े-बड़े अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

प्रवर्तन निदेशालय के आवेदन के आधार पर अब तक 4 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय की रिपोर्ट पर एसीबी ने कस्टम मिलिंग मामले (चावल घोटाला) और डीएमएफ मामले में एफआइआर दर्ज की है।

डीएमएफ मामले में एसीबी ने ईडी की रिपोर्ट के आधार पर विविन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत केस दर्ज किया है। इस मामले में ईडी ने आरोप लगाया है कि निविदाओं के आबंटन में बड़े पैमाने पर पैसों की गड़बड़ी की गई है।

अधिकारीयोँ का कमीशन फिक्स था 40%

ईडी का आरोप है कि निविदा का गलत निर्धारण कर टेंडर डालने वालों को अवैध लाभ पहुंचाया गया है। इसके लिए टेंडर राशि का चालीस प्रतिशत कमीशन लिया गया। निजी कंपनियों के द्वारा दायर टेंडरों पर 15 से 20 फ़ीसदी कमीशन अलग-अलग दरों पर लिया गया है। डीएमएफ मामले में रानू साहू को प्रमुख अभियुक्त बनाया गया है।

रानू साहू के अलावा संजय शैडे, अशोक अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, रिषभ सोनी को भी आरोपी बनाया गया है। साथ इस मामले में बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले मनोज द्विवेदी, रवि शर्मा, पीयूष सोनी, पीयूष साहू, अब्दुल और शेखर को भी अभियुक्त बनाया गया है। यह प्रारंभिक तौर पर दर्ज नाम हैं।

कस्टम मिलिंग चावल घोटाला मामला

ईडी की ओर से कस्टम मिलिंग मामले में एसीबी में एफआइआर दर्ज कराई गई है। ईडी के प्रतिवेदन के अनुसार इस मामले में राईस मिलर्स जो कि कस्टम मिलिंग कर चावल जमा करते थे, उनसे प्रति क्विंटल के हिसाब से करीब साठ रुपए की राशि वसूली जाती थी।

कस्टम मिलिंग मामले में मार्कफेड के तत्कालीन प्रबंध संचालक मनोज सोनी, डीएमओ प्रीतिका पूजा केरकेट्टा, छत्तीसगढ़ राईस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश रुंगटा, उपाध्यक्ष पारसमल चोपड़ा और कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर प्रमुख आरोपी बनाए गए हैं।