क्रॉस फायरिंग में STF जवान के भाई की मौत, नक्सलियों के साथ हुई थी पुलिस की मुठभेड़, जंगल में युवक को लगी गोली, एक ही महीने में ऐसे दो मामले 

क्रॉस फायरिंग में STF जवान के भाई की मौत, नक्सलियों के साथ हुई थी पुलिस की मुठभेड़, जंगल में युवक को लगी गोली, एक ही महीने में ऐसे दो मामले 
जगदलपुर - TIMES OF BASTAR

01 फरवरी 2024 बीजापुर :- छत्तीसगढ़ में इंद्रावती नदी पार दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सरहद पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में क्रॉस फायरिंग से STF जवान के एक भाई को गोली लग गई। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई है। पुलिस अफसरों का कहना है कि, युवक के परिजनों को हर संभव मदद की जाएगी। मामला भैरमगढ़ थाना क्षेत्र का है। 

जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि, कोंड्रोजी, बोड़गा क्षेत्र में माओवादी मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर बीजापुर और दंतेवाड़ा पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया गया था। जिसमें DRG, STF के जवान सर्चिंग पर निकले थे। इसी बीच नक्सलियों के साथ जवानों की मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली भाग निकले।

अफसरों का दावा है कि, कुछ नक्सलियों को गोली लगी है। वहीं 31 जनवरी की शाम पुलिस को पता चला कि, इस मुठभेड़ में क्रॉस फायरिंग में इलाके के एक युवक रमेश ओयाम को गोली लगी है। जिसकी मौके पर ही मौत गई। मृतक इस मुठभेड़ में शामिल एक STF जवान का भाई था। हालांकि पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर परिवार को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है। 

एक महीने में दो मामले 

1 जनवरी साल 2024 को बीजापुर जिले में क्रॉस फायरिंग में एक 6 माह की मासूम बच्ची को गोली लग गई थी। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। साथ ही उसकी मां भी गंभीर रूप से घायल थी। पुलिस ने कहा था कि नक्सलियों के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें क्रॉस फायरिंग में बच्ची को गोली लगी है। जबकि गांव वालों का कहना है कि, पुलिस फोर्स ने गांव में ही गोलियां बरसाईं थी। गोली बच्ची को लगी और उसकी मौत हुई है। 

इसी इलाके में नक्सलियों के सुरंग को किया ध्वस्त 

मुठभेड़ के बाद जवान लौट रहे थे। इसी बीच उन्हें नक्सलियों के तीन शहीदी स्मारक, स्पाइक होल और करीब 80 मीटर लंबा बंकर मिला। जिसे जवानों ने मौके पर ही ध्वस्त कर दिया। नक्सलियों का बनाया यह बंकर करीब 10 फीट गहरा और 2-3 तीन फीट चौड़ा था। जिसमें करीब 100 नक्सली हथियारों के साथ आसानी से छिप सकते थे। इस तरह का बंकर ईरान-इराक समेत अन्य देशों में आतंकी छिपने के लिए करते हैं।