PLGA बटालियन नंबर 1 के शहरी नेटवर्क को पुलिस ने किया ध्वस्त, घेराबंदी कर दो सप्लायरों को पकड़ा

PLGA बटालियन नंबर 1 के शहरी नेटवर्क को पुलिस ने किया ध्वस्त, घेराबंदी कर दो सप्लायरों को पकड़ा
जगदलपुर - TIMES OF BASTAR

26 सितंबर 2024 सुकमा :- जिला सुकमा में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नक्सल उन्मूलन अभियान अन्तर्गत माओवादियों के सप्लाई नेटवर्क को ध्वस्त करने जिले के माओवादी के सप्लायरों की जानकारी एवं सूचना हूमन इंट एवं टेक्निकल इंट के माध्यम से एकत्र की जा रही एवं संदिग्धों पर सतत् सूक्ष्म निगाह रखी जा रही है। इसी तारतम्य में नक्सलियों के PLGA बटालियन के शहरी सप्लाई नेटवर्क की हूमन इंट एवं टेक्निकल इंट मिलने पर थाना सुकमा से जिला बल की पार्टी देवी चौंक पटनमपारा सुकमा की ओर रवाना हुए थे, कि अभियान के दौरान सूचना स्थल की मकान को घेराबंदी कर 2 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।

पूछताछ करने पर दोनों ने अपना नाम क्रमशः (1) मंतोष मण्डल (2) एस. नार्गाजून होना बताया गया तथा मेमोरण्डम के आधार संदिग्धों के कब्जे से पृथक-पृथक 2 किग्रा0 यूरिया पाउडर, 2 डिब्बा विस्फोट करने वाला पोटेशियम नाईट्रेट, 3 डिब्बा विस्फोट करने वाला एल्यूमिनियम पाउडर, पैक करने वाला रेपर झिल्ली 2 पैकेट, 1 नग टिफिन बम,2 नग तार युक्त डेटोनेटर एवं 3 नग नक्सल साहित्य जिसे नक्सलियों द्वारा प्रचार-प्रसार हेतु दिये है एवं 2 नग रियल मी कम्पनी का मोबाईल मय सिम एवं 3 डिब्बा विस्फोट करने वाला पोटेशियम नाईट्रेट 2 डिब्बा विस्फोट करने वाला एल्यूमिनियम पाउडर, पैक करने वाला रेपर झिल्ली 3 पैकेट, 1 नग टिफिन बम,8 नग तार युक्त डेटोनेटर एवं 3 नग नक्सल साहित्य 1 नग प्रिटिंग मेक टेक, 1 नग HP कम्पनी का लेपटॉप, 3 नक्सल साहित्य जिसे नक्सलियों द्वारा प्रचार प्रसार हेतु दिये है,एवं एक नग नियल नॉट कंपनी का मोबाईल मय सिम, 1 नग विवो कंपनी का मोबाईल मय सिम बरामद किया गया। उपरोक्त विस्फोटक सामाग्री रखे जाने के संबंध में गहन पूछताछ करने पर दोनों व्यक्तियों द्वारा वर्ष 2020 से PLGA बटालियन नक्सलियों के लिए खाद्य सामाग्री, गन पाउडर, केमिकल, डेटोनेटर, वाकी-टाकी, विस्फोटक सामाग्री इत्यादि सप्लाई करना एवं उक्त सामाग्रियों को नक्सलियों को देने के लिए रखना बताये। उक्त कृत विधि विरूद्ध पाये जाने से थाना सुकमा में अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही करते हुए दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।