गांजे के खेल मे कोंटा थाना प्रभारी गए जेल मे साक्ष मिटाने का लगा आरोप

गांजे के खेल मे कोंटा थाना प्रभारी गए जेल मे साक्ष मिटाने का लगा आरोप
जगदलपुर - TIMES OF BASTAR

13 अगस्त 2024 जगदलपुर :- छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में रेत माफियाओं के खिलाफ ख़बर बनाने वाले चार पत्रकारों को गांजा तस्करी के मामले में फसाना कोंटा थाना के प्रभारी अजय सोनकर को भारी पड़ गया , थाना प्रभारी ने षणयंत्र पूर्वक चारो पत्रकारों को फसाने के लिए न सिर्फ साजिश के तहत उनके वाहन में गांजा रखवाया बल्कि कई सबूत मिटाने की भी कोशिश की,छत्तीसगढ़ के सीमा से लगे आंध्र प्रदेश के चिंतुर पुलिस के द्वारा चारो पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया,

थाना प्रभारी पर आरोप है की रेत माफिया से मिलकर उसने सुनियोजित तरीके से पत्रकारों के वाहन में गांजा रखवाया और फिर चिंतुर थाना के पुलिस को इसकी सूचना दी, इस सूचना के आधार पर चिंतुर पुलिस ने गाड़ी में जांच के दौरान गांजा जब्त कर चारो पत्रकारों को गिफ्तार कर लिया,

इधर स्थानीय पत्रकारों के द्वारा इस पूरी साजिश की जांच की मांग करने के बाद सुकमा एसपी के द्वारा गठित की गई जांच टीम ने कोंटा थाना प्रभारी को इस मामले में दोषी पाया, गया..

पत्रकारों की गाड़ी में गाँजा रखते हुये अपने किसी राजदार को बचाने के लिए थाना एवं  होटल की CCTV हार्ड डिस्को  गयाब करने और साक्ष मिटाने का आरोपी माना गया है,थाना प्रभारी पर निलंबन की कार्यवाही करने के बाद धारा 331 और 324 के तहत मामला दर्ज कर 15 दिनो के लिए न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है....

कोंटा गाँजा केस में पत्रकारों के खिलाफ साज़िश में किसी अज्ञात नेताजी की संलिप्तता 

अजय सोनकर ने लिखा है कि नेता जी को बता देना…? मतलब रेत तस्करी के इस मामले में पत्रकारों के पड़ने से नेताजी को दिक़्क़त थी उसने टीआई के साथ मिलकर यह कांड किया है…

वही जगदलपुर में मंगलवार को बस्तर जिला पत्रकार संघ मे सातों जिलों के पत्रकारों ने बैठक कर गिरफ्तार पत्रकारों  को साजिश के तहत फसाने  का विरोध किया वही संघ ने निर्णय लिया है कि अगर 7 दिनों के अंदर जाँच कर थाना प्रभारी एवं अन्य के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की जाएगी तो सभी जिलों के पत्रकार धरना प्रदर्शन करेंगे..