तीजा त्यौहार में रेल रद्द होने से महिलाएं परेशान - वंदना राजपूत
तीजा त्यौहार में रेल रद्द होने से महिलाएं परेशान - वंदना राजपूत
7 सितंबर 2024 रायपुर :- प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि भाजपा के डबल इंजन के सरकार में लगातार खासकर त्यौहार के समय ट्रेनें रद्द करना एक परंपरा हो गई है। साल भर से महिलाएं तीजा पर्व के इंतजार करती है, तीजा त्यौहार में महिलाएं अपने मायके जाती है। भाजपा सरकार में तीजा के समय फिर से 15 ट्रेनें रद्द कर दिये गये है। साथ ही ट्रेनों का रूट भी बदले गये है जिनके कारण महिलाओं को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मध्यमवर्गीय परिवार के लिए आवागमन करने के सबसे अच्छा सस्ता साधन रेल होता है। तीजा पर्व के हफ्तों भर पहले आने जाने का टिकट का बुकिंग करवा लेते है। लेकिन भाजपा सरकार के फेलवर नीति के कारण तीज त्यौहार में रेल रद्द कर दिया जाता है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल की बातों को दरकिनार कर दिया गया। पहली बार भाजपा लोकसभा सांसद ने रेल से संबंधित परेशानी का जिक्र संसद में किये थे लेकिन अपने पार्टी के सांसद के बातों को ही अनसुना कर दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार में महंगाई से सभी वर्ग त्रस्त है। प्राइवेट गाड़ी करके आना-जाना मध्यमवर्गीय परिवार के लिये एक सपना है क्योंकि बेलगाम महंगाई से सिर्फ ट्रेन ही साधन होता है।
भाजपा की मोदी सरकार धीरे-धीरे ट्रेनों के परिचालन को बंद करने की साजिश रच रही है। उसके बाद रेलवे को भी अंबानी को बेच देगा। भाजपा के नेताओं को मध्यमवर्गीय और गरीबों से इतना चिढ़ क्यों है? महिलायें तीजा के त्यौहार में अपने मायके रेल के लगातार रद्द होने के कारण नहीं जा पा रही है। इतना तानाशाही रवैया अच्छा नहीं सरकार के लिये। मध्यमवर्गीय और गरीब परिवार के महिलाओं की खुशियों को भी ध्यान में रखना चाहिए।