बेटे की मन्नत में लिख डाला 67 लाख बार 'राम',13 सालों में 451 पेन का इस्तेमाल कर 441 कॉपी में लिखे, 1 करोड़ होने पर जाएंगे अयोध्या, बेटे ने भी लिया जन्म
19 जनवरी 2024 जगदलपुर :- छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में प्रभु श्री राम का एक भक्त पिछले 13 सालों से कॉपी पर 'राम' लिख रहा है। अब तक कुल 441 कॉपी में 451 पेन से 67 लाख बार 'राम' लिख चुका है। अब आने वाले 4 से 5 सालों में 67 लाख से 1 करोड़ बार लिखने का लक्ष्य रखा है।
दरअसल, इस राम भक्त ने प्रभु से बेटे की मन्नत मांगी थी। हालांकि, 1 करोड़ बार राम लिखने से पहले ही मन्नत पूरी हो गई और साल 2014 में बेटे का जन्म हुआ। अब जब लक्ष्य पूरा हो जाएगा तब परिवार के साथ अयोध्या जाएगा। राम नाम की कॉपी को मंदिर में समर्पित करेगा।
अब पढ़िए राम भक्त की ही जुबानी..
मेरा नाम नारायण पांडेय (48) है। मैं जगदलपुर से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर बसे करीत गांव का निवासी हूं। पेशे से किसान हूं। घर के सामने एक छोटी सी किराना दुकान भी है, इससे दिनभर में 200-400 रुपए कमा लेता हूं। माता-पिता, पत्नी और तीन बच्चे हैं। पूरा परिवार प्रभु श्री राम को मानता है।
बचपन से ही मुझे रामायण, ढोलक बजाने के साथ ही भजन-कीर्तन का शौक है। विवाह के बाद मेरी 2 बेटियां हुईं। सबसे बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर की बेटी के बाद बेटे की इच्छा थी। इसलिए प्रभु श्री राम से बेटे की मन्नत मांगी। इसके लिए 1 करोड़ बार कॉपी में राम लिखने का लक्ष्य रखा। फिर राम नाम का जाप करने के साथ-साथ साल 7 जनवरी 2011 से कॉपी में लिखना शुरू किया।
हरदिन करीब 2 से 3 हजार बार लिख लेता हूं। जब समय मिले तब राम नाम का जाम करता हूं। राम नाम लिखते-लिखते ही साल 2014 में घर में बेटे का जन्म हुआ। भगवान श्री राम ने मेरी मनोकामना सुन ली। मैंने 1 करोड़ बार राम लिखने का लक्ष्य रखा है, मन्नत भले ही पूरी हो गई है लेकिन लक्ष्य को पूरा करूंगा।
पिछले 13 सालों में अब तक 440 कॉपी में 67 लाख बार राम लिख चुका हूं। 1 करोड़ बार लिखने के लिए 441वीं कॉपी में लिखना शुरू किया हूं। पिछले 13 सालों में इसके लिए करीब 451 पेन की स्याही भी खत्म हो चुकी है। जिसे संभालकर रखा हूं। अब आने वाले 4 से 5 सालों में एक करोड़ करने का लक्ष्य है।
जिस दिन एक करोड़ बार राम लिखना पूरा हो जाएगा उसे दिन पूरे परिवार के साथ अयोध्या जाऊंगा अभी मेरी खुशकिस्मती भी है कि अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर भी बन चुका है कॉपी को प्रभु श्री राम के मंदिर में समर्पित करूंगा। बेटे के साथ-साथ मेरी एक और मन्नत भी है मुझे पूरा विश्वास है कि प्रभु ने बेटे की मन्नत तो पूरी कर दी लेकिन जो दूसरी मन्नत है उसे भी प्रभु पूरा कर देंगे।
बेटी बोली- मैं भी लिखूंगी 'राम'
नारायण की बेटी गायत्री पांडेय ने बताया कि, उनके पिता की लगन से प्रेरित हैं। अब वे भी राम नाम लिखना शुरू करेंगी। फिलहाल घर बनाने का काम चल रहा है। जिस दिन का पूरा हो जाएगा उस दिन दे लिखना शुरू करेगी।