BREAKING: EOW की रेड में मिले अवैध जमीनों के कागजात, 5 लाख कैश

10 मार्च 2025 जगदलपुर :- छत्तीसगढ़ ईओडब्लू की टीम ने सुकमा के निलंबित डीएफओ अशोक पटेल, समग्र शिक्षा के पूर्व जिला समन्यक श्याम सुंदर चौहान और डिप्टी कमिश्नर ट्राईबल आनंद जी सिंह के 15 ठिकानों पर कल सुबह एक साथ छापा मारा गया था इनमें सुकमा के साथ छिनगढ़, रायगढ, पुसौर, रायगढ़, सारंगढ़, बीजापुर, जगदलपुर, गीदम, दंतेवाड़ा, कोंटा शामिल हैं। ईओडब्लू की टीम सुबह साढ़े पांच बजे तीनों अधिकारियों के इन ठिकानों पर पहुंच गई थी। सुकमा के निलंबित डीएफओ अशोक पटेल के घर से 5 लाख नगद बरामद किए गए थे l
वहीं जमीनों के 100 से अधिक पेपर मिले हैं। जमीनों के पेपर देखकर ईओडब्लू के अफसर हैरान रह गए। छापे में मौजूद ईओडब्लू के अफसरों ने बताया कि जमीनों के पेपरों की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा कि जमीनें कब ली गई, कितने की है और कितने वैध हैं। सुकमा के डीएफओ अशोक पटेल को 3 मार्च का राज्य सरकार ने सस्पेंड कर दिया था। डीएफओ के खिलाफ करप्शन की काफी शिकायतें थी। ईओडब्लू ने इसकी जांच के लिए पिछले सप्ताह भर से छापे की तैयारी कर रही थी।
सुकमा डीएफओ के खिलाफ आदिवासियों को तेंदूपत्ता के बोनस वितरण में धांधली करने की शिकायत थी। सरकार ने बोनस वितरण के लिए ई-कुबेर ऑनलाईन सिस्टम से बोनस सीधे खाते में ट्रांसफर करने का आदेश दिया हुआ है। सभी जिलों में ऑनलाईन ही ट्रांसफर किए जाते हैं। मगर सुकमा डीएफओ ने 6 करोड़ की बोनस राशि नगद बांट दी। इसमें बंदरबांट और फर्जीवाड़ा की शिकायतें हुई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रमुख सचिव सुबोध सिंह से इसे देखने को कहा गया था l
सुबोध सिंह की तस्दीक में मामला प्रारंभिक तौर पर सही पाया गया। इसके अगले ही दिन 3 मार्च को उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। इसके अलावा जगदलपुर में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग आनंद सिंह के ठिकानों पर भी छापा मारा गया था l
उनके तीन ठिकानों पर आर्थिक अपराध शाखा और एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम पहुंची विभाग में सप्लाई और खरीदी में अनियमितता तथा वित्तीय धांधली से जुड़ा मामला होने के चलते छापा मारा गया था। जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला डीएमएफ मद से हुए खर्चे और खरीदी से जुड़ा हुआ है। सहायक आयुक्त आनंद सिंह के बीजापुर, दंतेवाड़ा और जगदलपुर आवास में छापा मारा गया। सुकमा के समग्र शिक्षा विभाग के पूर्व जिला समन्वयक श्याम सुंदर चौहान के खिलाफ भी आर्थिक अनियमितता की शिकायतें थीं। इस पर ईओडब्लू ने उनके ठिकानों पर भी दबिश दी थी l