कौन बनेगा ओडिशा का अगला मुख्यमंत्री ? चुनाव के लिए राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव बनाए गए केंद्रीय पर्यवेक्षक
10 जून 2024 नई दिल्ली :- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ओडिशा के मुख्यमंत्री की नियुक्ति के लिए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इस निर्णय की घोषणा रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में की. आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड ने ओडिशा में पार्टी के विधान सभा के नेता के चुनाव के लिए भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.
रविवार को एक आधिकारिक विज्ञप्ति में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड ने ओडिशा में पार्टी के विधान सभा के नेता के चुनाव के लिए भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है.
उल्लेखनीय है कि राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव ने 9 जून को राष्ट्रपति भवन में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. इससे पहले, भाजपा प्रवक्ता और शपथ ग्रहण समारोह प्रभारी दिलीप मोहंती ने रविवार को कहा कि ओडिशा के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह अब 12 जून को होगा. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह में मौजूद रहेंगे.
मोहंती ने कहा कि ओडिशा में नवनिर्वाचित भाजपा सरकार के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह अब 12 जून को होगा. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी मौजूद रहेंगे. इस बीच, बीजू जनता दल (बीजद) के नेता और ओडिशा के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी वीके पांडियन ने रविवार को ओडिशा विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार के बाद सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की.
2000 बैच के आईएएस अधिकारी पांडियन दो दशकों से अधिक समय तक नवीन पटनायक के निजी सचिव के रूप में काम कर चुके हैं. 2023 में, वे नौकरशाही से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद बीजद में शामिल हुए थे. ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजू जनता दल को भारतीय जनता पार्टी के हाथों हार का सामना करना पड़ा, जिससे नवीन पटनायक का 24 साल पुराना शासन खत्म हो गया.
147 सीटों वाली विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी ने 78 सीटें हासिल कीं. बीजेडी ने 51 सीटें हासिल कीं, जो बहुमत के 74 के आंकड़े से काफी पीछे हैं और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 14 सीटें हासिल कीं. 2024 के लोकसभा चुनावों में भी भाजपा ने राज्य की 21 संसदीय सीटों में से 20 सीटें हासिल करके अच्छा प्रदर्शन किया. यहां शेष एक सीट पर कांग्रेस को सफलता मिलेगी.