संस्कृति-परंपरा को बचाने जनजाति सुरक्षा मंच ने की यात्रा, पूर्व MLA भोजराज बोले- शिक्षा-स्वास्थ्य के नाम पर हो रहा धर्मांतरण, इन्हें न मिले आदिवासी आरक्षण का लाभ 

संस्कृति-परंपरा को बचाने जनजाति सुरक्षा मंच ने की यात्रा, पूर्व MLA भोजराज बोले- शिक्षा-स्वास्थ्य के नाम पर हो रहा धर्मांतरण, इन्हें न मिले आदिवासी आरक्षण का लाभ 
जगदलपुर - TIMES OF BASTAR

13 जनवरी 2024 दंतेवाडा :- आदिवासी संस्कृति और परंपरा को बचाने के लिए जनजाति सुरक्षा मंच की यात्रा नारायणपुर से दंतेवाड़ा पहुंची है। इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे पूर्व MLA भोजराज नाग ने कहा कि, धर्मांतरण करवाने वाले लोगों को बस्तर में रहने नहीं देंगे। हमारा सनातन धर्म खतरे में है। बाहर से आए लोग अपनों से अपनों को लड़वा रहे हैं। बस्तर में शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर जमकर धर्मांतरण हो रहा है। जिन लोगों ने अपना धर्म बदल लिया है उन्हें आदिवासी आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए। 

दरअसल, जनजाति सुरक्षा मंच की यह यात्रा जगदलपुर होते हुए दंतेवाड़ा के गीदम पहुंची। यहां हारम पारा में बीच तिराहे पर इस यात्रा का स्वागत किया गया। दंतेवाड़ा के MLA चैतराम अटामी, विश्वहिंदू परिषद और बजरंगदल के सदस्य और समाज सेवी ओम सोनी, संतोष साहू समेत भारी संख्या में नगर के लोग मौजूद थे। इस दौरान यात्रा का नेतृत्व कर रहे पूर्व MLA भोजराज नाग धर्मांतरण के मामले पर जमकर बरसे। 

भोजराज ने अपने भाषण में कहा कि, सनातन के खिलाफ एक बड़े स्तर पर षड्यंत्र चल रहा है। अब बारी सनातन विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देने की है। जिस तरह से प्रभु श्री राम ने वानर सेना के साथ लंका पर चढ़ाई की थी और असुर राज को समाप्त किया था, ठीक इसी प्रकार से हम हर जिले के सर्व समाज के पास जा रहे हैं। सनातन को बचाने अपनी बातें कह रहे हैं। सनातन के विरुद्ध चल रहे षड्यंत्र का भंडाफोड़ करेंगे।

ग्रामसभा को है बड़ा अधिकार प्राप्त

भोजराज ने कहा कि, बस्तर पांचवी अनुसूची वाला क्षेत्र है। यहां के ग्रामीण अपनी संस्कृति-परंपरा को, धर्म को बचाने के लिए कटिबद्ध हैं। हमारे देवी-देवताओं को संरक्षित करने की यदि कानून में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, तो ऐसे कानून का संशोधन करना चाहिए। इसी बात को लेकर सैकड़ों की संख्या लोग आराध्य देवी माता दंतेश्वरी के मंदिर आए हैं।

भोजराज के कहा कि, हमारे देवी-देवताओं के खिलाफ जो षड्यंत्र हो रहा है, ऐसे षड्यंत्र को पनपने नहीं देंगे। धर्मांतरण करवाने वाले मिशनरी बाहर से आते हैं, हमारा खाते हैं और हमारे धर्म के खिलाफ काम करते हैं। अब ऐसे मिशनरियों को बस्तर में रहने नहीं देंगे।