नक्सलियों के खुफिया ठिकानों को पुलिस के जवानों ने किया ध्वस्त नक्सलियों के अस्थाई कैम्प से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामान बरामद
17 जनवरी 2024 कांकेर :- छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के अबूझमाड़ में नक्सलियों के खुफिया ठिकानों को पुलिस के जवानों ने ध्वस्त किया है. नक्सलियों के अस्थाई कैम्प से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामान बरामद हुए हैं. जवानों ने नक्सलियों के देसी बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) फैक्ट्री को भी ध्वस्त किया है. इसके अलावा नक्सलियों के कैंप से ड्रिलिंग मशीन, पंचिंग मशीन भी बरामद हुआ है. नक्सलियों ने किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामान छिपा कर रखा था.l
नक्सलियों के अस्थाई ठिकाने को किया ध्वस्त
जवानों ने बाइपेड ग्रेनेड लॉन्चर, बीजीएल शैल 14 नग, मजल लोडिंग वेपन 2 नग, एयर राइफल 2 नग,12 बोर की बंदूक 1 नग, इंसास मैगजीन 3 नग, जनरेटर, नक्सली वर्दी और भारी मात्रा में राशन सामान बरामद किया. इसके अलावा मुठभेड़ स्थल से कुछ दूरी पर चार नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया गया है l
वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पुलिस के जवानों ने एक पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराया, जिसकी पहचान मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर रतन कश्यप उर्फ सलाम के रूप में की गई है. जानकारी के मुताबिक रतन कश्यप लंबे समय से नक्सली संगठन में सक्रिय था और 10 से अधिक बड़े नक्सली हमलों में शामिल रहा. दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले के अलग-अलग थानों में उसके खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज हैं.l
नक्सलियों से आखिरी लड़ाई चल रही- बस्तर आईजी
वहीं दो दिन पहले दिए गए अपने बयान में बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि, बस्तर में चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन में अब सुरक्षा बल नक्सलियों के कोर इलाके में घुस रही है, जिसके चलते नक्सली काफी कमजोर हो गए है. बस्तर आईजी ने दावा किया है कि अब नक्सली से जो लड़ाई हो रही है वह लगभग अंतिम लड़ाई है.l
आईजी ने कहा कि नक्सलियों के बड़े लीडरों की मौत के बाद संगठन पूरी तरह से बिखरा हुआ है और दंडकारण्य क्षेत्र में कुछ बचे खुचे लीडर ही नक्सली संगठन को संभाल रहे हैं. अब ऐसे बचे लीडरों पर सुरक्षाबलों का टारगेट है, इसके अलावा सुरक्षा बलों के द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से नक्सल संगठन में भर्ती भी बंद हो गई है और अब कोई भी स्थानीय युवा या नये कैडर नक्सलियों के संगठन में भर्ती नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते नक्सलियों में बौखलाहट बनी हुई है.l