पुलिस और रेत माफियाओ ने मिल कर चार पत्रकारों को फसाया NDPS एक्ट मे गये जेल
12 अगस्त 2024 सुकमा :- छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर कोंटा से लगे आंध्र प्रदेश राज्य के चिंतुर थाना पुलिस ने छत्तीसगढ़ के चार पत्रकारों को गिरफ्तार किया है, जानकारी के मुताबिक ये चारों पत्रकार अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ रिपोर्टिंग करने निकले थे, लेकिन बताया जा रहा है कि इन पत्रकारों को गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है और सोमवार को आंध्र प्रदेश के राजमंड्री कोर्ट में पेश किया गया वहां से उन्हें जेल भेजा गया..
वही सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और बस्तर सँभाग के पत्रकारो का आरोप है कि चारों ही पत्रकारों को रेत माफियाओं के मिलीभगत से एक साजिश के तहत फसाया जा रहा है, उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं, पत्रकारों का कहना है कि इस रेत खनन के खबर से आंध्र प्रदेश और बस्तर के खनन माफियाओ का पर्दाफाश हो जाता ऐसे में पत्रकारों की गाड़ी में गांजा रखवा कर खनन माफियाओ ने इन्हें फसाने की पूरी साजिश रची है....
इन चार पत्रकारों को चिंतुर थाना की पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करने के बाद दक्षिण बस्तर के पत्रकार लगातार छत्तीसगढ़ के बड़े पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ बस्तर आईजी से भी मुलाकात कर इस मामले की उच्च स्तरीय की जांच की मांग कर रहे है और रेत माफियाओ के द्वारा जबरन चारों पत्रकारों को फसाने की भी बात पुलिस अधिकारियों से कही है, लेकिन बताया जा रहा है कि रविवार की देर रात इन चारों पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए इन्हें सोमवार को राजमंड्री कोर्ट में पेश किया गया वहा से चारों को जेल दाखिल किया गया है ...
दरअसल आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों में ही अवैध खनन का कारोबार लंबे समय से फल फूल रहा है, जिसकी जड़ें काफी गहरी है, ऐसे में इन 4 पत्रकारों को फसाने के लिए उनकी गाड़ी में ही गांजा रखवा दिया गया है.....
इस कार्रवाई के बाद बस्तर संभाग के पत्रकारों में काफी नाराजगी है... छत्तीसगढ़ पुलिस एवं प्रशासन से इस विषय में जांच की मांग कर रहे हैं