ये है बदलते बस्तर की तस्वीर; जहां लगती थी नक्सलियों की जन अदालत वहां अब निपटाई जा रही हैं जन समस्याएं लोग अब बेखौफ होकर पहुंच रहे हैं शिविरों में 

ये है बदलते बस्तर की तस्वीर; जहां लगती थी नक्सलियों की जन अदालत वहां अब निपटाई जा रही हैं जन समस्याएं लोग अब बेखौफ होकर पहुंच रहे हैं शिविरों में 
जगदलपुर - TIMES OF BASTAR

11 अप्रैल 2025 बीजापुर :- बदलते बस्तर की असल तस्वीर संभाग के अति संवेदनशील गांवों में भी देखने को मिल रही है। जहां कभी नक्सली जन अदालत लगाकर निरीह आदिवासियों को मौत की सजा सुनाया करते थे, उन जगहों पर अब शिविर लगाकर जन समस्याएं सुलझाई जा रही हैं। ग्रामीण बेखौफ होकर शिविरों में आवेदन देने पहुंच रहे हैं।. ज्यादातर आवेदन नियद नेल्ला नार योजना के कार्यों से संबंधित हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा की पहल जमीन पर साकार होती नजर आ रही है। आज बस्तर संभाग के बीजापुर जिले से एक ऎसी ही सुखद अनुभूति देने वाली तस्वीर सामने आई है।

 बस्तर संभाग में नक्सली खौफ दूर करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान का शानदार परिणाम अब देखने को मिल रहा है। सुदूर और घोर नक्सल प्रभावित इलाकों के गांवों के ग्रामीणों के दिलों से भी नक्सली खौफ दूर हो चुका है। लोग शेष दुनिया और विकास की मुख्यधारा से तेजी से जुड़ते जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा की पहल का भी इसमें बड़ा योगदान है।

विजय शर्मा गाहे बगाहे धुर नक्सल प्रभावित गांवों में जाकर ग्रामीणों का दुख दर्द साझा करते और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए ठोस पहल करते रहे हैं। श्री शर्मा नक्सली हमलों और आईईडी ब्लास्ट में घायल हुए लोगों से मिलते रहने के उपक्रम ने तो लोगों का दिल ही जीत लिया है। यही वजह है कि शासन प्रशासन के प्रति लोगों का भरोसा काफी बढ़ गया है। इसकी एक झलक हमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुनुरूप मनाए जा रहे सुशासन तिहार 2025 में देखने को मिली। सुशासन तिहार के तहत शिविर का आयोजन बीजापुर के अंदरूनी और संवेदनशील क्षेत्रों में भी हो रहा है।

शासकीय कार्यों में पारदर्शिता लाने एवं शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने हेतु सुशासन तिहार का आयोजन शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों सहित बीजापुर जिले को उन अंदरुनी इलाकों में भी जारी है, जहां पहले कभी नक्सलियों के आतंक का खौफ छाया रहता था, जहां नक्सली जन अदालत लगाकर निर्दाेष लोगों को प्रताड़ित और उनकी हत्या तक कर देते थे। उन क्षेत्रों में भी अब विष्णु और विजय के सुशासन का असर देखने को मिल रहा है। ग्रामीण बेखौफ होकर विकास की मुख्यधारा से जुड़ने सड़क बिजली, पानी स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी, राशन दुकान जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। यह बदलते बस्तर को दर्शाता है।

जिला प्रशासन बीजापुर द्वारा लोगों को सुशासन तिहार में शामिल होने तथा उनकी मांगों को पूरा करने एवं समस्याओं को दूर करने के लिए सुशासन तिहार का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उसूर ब्लॉक के पुजारी कांकेर, कोंडापल्ली, पामेड़, चुटवाही और गलगम, बीजापुर ब्लॉक के पालनार, कांवड़ गांव, मुतवेंडी और भैरमगढ़ ब्लॉक के गांव बांगोली, चिंगेर सहित बेचापाल जैसे जिले के चिन्हांकित कई अंदरुनी गांवों में सुशासन तिहार का असर देखने को मिल रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सकारात्मक सोच और पहल से नियद नेल्लानार योजना के तहत इन गांवों को माओवाद के आतंक से मुक्त कर विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य बखूबी किया जा रहा है। कई दशकों से अंधेरे में डूबे इन गांवों के ग्रामीण आदिवासियों के लिए अब सुनहरे भविष्य का सूर्याेदय होने से ग्रामीणों में उत्साह और उमंग का माहौल देखने को मिल रहा है।