बस्तर को आश्वस्त करें अमित शाह, नहीं होगा नगरनार प्लांट का निजीकरण: जैन

14 दिसम्बर 2024 जगदलपुर:- पूर्व विधायक व संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अपने बस्तर प्रवास के दौरान यहां की जनता को आश्वस्त करना चाहिए कि नगरनार स्टील प्लांट का निजीकरण नहीं किया जाएगा। इससे प्लांट के लिए जमीन देने वालों के साथ ही लाखों बस्तरियों को राहत मिल सकेगी। सार्वजनिक क्षेत्र के इस उपक्रम को स्थापित करने का सपना पांच- छह दशक से देखा जा रहा है।
जैन के अनुसार यहां के लाखों लोगों ने जो स्वप्न देखा था वह 2019 में तब पूरा हुआ जब नगरनार स्टील प्लांट का लोकार्पण किया गया था। लोकार्पण के प्रारंभ से ही केंद्र की भाजपा सरकार इसे निजी हाथों में सौंपने का षडयंत्र कर रही है। इसे देखते हुए ही कांग्रेस के नेतृत्व वाली तत्कालीन राज्य सरकार ने विधानसभा में यह प्रस्ताव पारित करवाया था कि यदि केंद्र सरकार इस प्लांट के संचालन में स्वयं को अक्षम पाती है तो छत्तीसगढ़ सरकार इसे चला सकती है।
इस पर भी केंद्र की भाजपा सरकार ने अड़ंगा डालने का काम किया है। यही नहीं 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल के नेतृत्व में नगरनार से पदयात्रा प्रारंभ कर निजीकरण के किसी भी प्रयास का पुरजोर विरोध किया गया था।
पूर्व विधायक के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि यदि केंद्र सरकार नगरनार स्टील प्लांट का निजीकरण / विनिवेशीकरण नहीं करना चाहती है तो यहां बार-बार जिन्दल, आर्सलर मित्तल जैसी अनेकानेक कंपनियों का आगमन क्यों हो रहा है? श्री शाह के आश्वस्त करने से ही निजीकरण की चर्चा को विराम मिलेगा।
प्रधानमंत्री का जिक्र किया था शाह ने
विधानसभा चुनाव के पहले 19 अक्तूबर 2023 को गृह मंत्री ने जगदलपुर में परिवर्तन संकल्प महासभा ली थी। उसमें प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करतेग्रहमंत्री शाह ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी समझाकर गए हैं कि नगरनार इस्पात संयंत्र निजी नहीं होगा। तब उनके सम्बोधन को अखबारों में प्रमुखता से स्थान दिया गया था।
शाह ने यह भी कहा था कि केंद्र की भाजपा सरकार बस्तरियों का हित चाहती है। बस्तर की शत- प्रतिशत जनता यह चाहती है कि प्लांट का निजीकरण/ विनिवेशीकरण नहीं होना चाहिए। अपनी जुबान पर भाजपा को खरा उतरना चाहिए। आदिवासियों के सम्मान, सुरक्षा व समावेशी विकास के लिए काम करने की बात कहने वाली भाजपा को इस मामले में ठोस पहल करनी चाहिए।
मोदी के मित्र के लिए राह आसान किए जाने की चर्चा
जैन ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के एक मित्र उद्योगपति को प्लांट सौंपने के लिए तमाम कवायद किए जाने की चर्चा खूब हो रही है। असल में इस उद्योगपति की नजर बस्तर के अकूत लौह अयस्क पर लंबे समय से लगी है। लौह अयस्क हड़पने के उसके षड्यंत्र भी अतीत में उजागर हुए हैं। ऐसे में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि लौह अयस्क व स्टील प्लांट किसी को भी न देने श्री शाह को आश्वस्त करना चाहिए।