छत्तीसगढ़ में और एक पत्रकार को ठेकेदार ने दी मुकेश चंद्राकर जैसा हाल करने की धमकी, देखें वीडिओ

छत्तीसगढ़ में और एक पत्रकार को ठेकेदार ने दी मुकेश चंद्राकर जैसा हाल करने की धमकी, देखें वीडिओ
जगदलपुर - TIMES OF BASTAR

13 जनवरी 2025 कोरिया :-  बीजापुर में ठेकेदार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या हो गई थी. कोरिया में भी घटिया सड़क निर्माण की खबर कवर करने वाले पत्रकार को ठेकेदार ने जान से मारने की धमकी दी है. शिकायतकर्ता पत्रकार सुनील शर्मा का कहना है कि आरोपी ठेकेदार उसे दिन में 20 से 25 बार फोन करता है. फोन पर धमकी देता है कि अगर उसके खिलाफ कुछ लिखा और दिखाया तो उसका अंजाम बुरा होगा.''तो मुकेश चंद्राकर जैसा कर देंगे हाल' पत्रकार सुनील शर्मा का कहना है कि ठेकेदार ने उसे जान से मारने की धमकी दी है.

ठेकेदार ने कहा है कि अगर वो शांत नहीं बैठा तो उसका अंजाम भी बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकार जैसा ही होगा. पत्रकार सुनील शर्मा का कहना है ग्राम पंचायत गेजी में सेतु विभाग की ओर से सड़क बनाने का काम किया जा रहा है. 5 करोड़ की लागत से ये निर्माण किया जा रहा है. निर्माण कार्य में भारी लापरवाही और भ्रष्टाचार हो रहा है.

पीड़ित पत्रकार सुनील शर्मा का कहना है कि ठेकेदार ने उसे फोन पर धमकी दी है. सुनील के मुताबिक आरोपी ने उससे कहा कि जिस तरह से बस्तर के पत्रकार को निपटा दिया गया उसी तरह से तुमको भी खत्म कर देंगे. पत्रकार सुनील शर्मा ने धमकी की बाबत कोरिया एसपी से मिलकर शिकायत दर्ज कराई है.निर्माण में भ्रष्टाचार से ग्रामीण नाराज: ग्राम पंचायत गेजी के रहने वाले लोगों की भी शिकायत है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया मटेरियल और सीमेंट, गिट्टी का इस्तेमाल कम किया जा रहा है. गांव वालों का कहना है कि घटिया निर्माण से उनकी समस्या कम होने के बजाए और बढ़ जाएगी. इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जाएगा.

जिस तरह से बस्तर के पत्रकार को निपटा दिया गया उसी तरह से तुमको भी खत्म कर देंगे. ऐसा बोलकर जान से मारने की धमकी दी जा रही है - सुनील शर्मा, पीड़ित पत्रकार

उलटे ग्रामीणों पर दर्ज हो गई रिपोर्ट:ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार और अधिकारियों की मनमानी के चलते घटिया सड़क निर्माण कराया गया. गांव वालों का कहना है कि जब घटिया निर्माण को लेकर हमने आवाज उठाई तो हमारे खिलाफ ही कार्रवाई कर दी गई. ठेकेदार और अफसरों ने मिलकर हमपर ही झूठे आरोप लगाकर हमारे खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई.